Motivational Story in Hindi |अगर आप TENSION में हैं तो ये कहानी आपके लिए है

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किसी ने बड़े कमाल की बात कही है कि आप के कर्म ही आपकी पहचान हैं वरना इस दुनिया में एक नाम के तो हजारों इंसान हैं। आपके लिए एक छोटी सी कहानी। ये कहानी एक जादूगर की है जो जादू दिखाने के लिए धीरे धीरे प्रसिद्ध होता जा रहा था। राजदरबार में बात पहुंची राजा ने उसे जादू दिखाने के लिए बुलाया। जादूगर को लगा कि जिन्दगी में सबसे बड़ी कमाई करने का अवसर आ चुका है। जादूगर ये सोच रहा था कि वो सबसे अच्छा जादू दिखाएगा और सबसे ज्यादा इनाम राजा जी से पा लेगा। दरबार में पहुंचा। सोचने वाला था कि कौन सा जादू दिखाऊं।

जब वहां पहुंचा तो उसे लगा कि सारे जादू दिखा चुके आज कुछ नया करता तो जादूगर ने राजा का मुकुट गायब कर दिया और जैसी मुकुट गायब हुआ दरबारी हंसने लगे। राजा साहब को ये अपनी तौहीन लगी। गुस्से में आगे उन्होंने कहा कि इस जादूगर को काल कोठरी में डाल दो और सात दिन के बाद उसे मृत्युदंड दिया जाएगा। फांसी की सजा दी जाएगी। जादूगर गया था जादू दिखाने के लिए इनाम पाने के लिए उसे कोठरी में डाल दिया गया। उसकी पत्नी को बात मालूम चली। रोती बिलखती पहुंची अपने पति से मिलने के लिए जा करके देखती कि जादूगर मुस्कुरा रहा था। उसने काफी पागल पागल दुनिया को सात दिन के बाद में तुम ये दुनियां छोड़ के चले जाओगे और तुम उस पुराने जादूगर निकाह की चिंता क्यों करते हो। अभी सात दिन का समय है। अभी मुस्कुराएं खुश रहो सब ठीक होगा। पत्नी को लागी प्रतिपाल हो गया। मौत को सामने देख कर के बातें पागलों जैसी कर रहे हैं।

कुछ चुपचाप वहां से चली गई। रोज उससे मिलने के लिए आती वो रोज कहता कि छह दिन बचे पांच दिन बचे चार दिन। फाइनली फांसी का दिन आ गया। राजा घोड़े पर सवार होकर के उस जादूगर के पास पहुंचा। आखिरी बार मिलने के लिए और जब उसने देखा जादूगर ने किराना घोड़े पर आया उसके दिमाग में एक आइडिया आया। जैसे राजा वहां आया तो जादूगर उदास होकर रोने का नाटक करने लगा। राजा ने कहा कि हमें क्या हुआ। उस दिन दो मुकुट गायब करना था जादू दिखाना था।

आज जब तेरे सामने फांसी है तो तुझे रोना रहे। जादूगर ने का कि नहीं मारा मरने से नहीं डरो। मरना तो सबको है। मुझे इस बात का डर है कि बरसों से कला सीख रहा था अपने घोड़े को उड़ना सिखा रहा था उसे उड़ाना चाहता था वो काम बस एक साल में पूरा होने वाला था। अब मैं वो कला अपने साथी ले करके दुनिया छोड़ जाऊंगा मुझे इस बात का अफसोस हो रहा। राजा के मन में आया कि उड़ने वाला घोड़ा ये जादूगर तैयार करो। मान लो घोड़ा मेरे पास आ गया तो हम बड़ा से बड़ा युद्ध उन्हें आसानी से जीत जाओ बड़े बड़े युद्ध में बड़े से बड़े राजा वैसी हरा दो। उड़ने वाला घोड़ा मेरे पास है। इसी लालच में राजा ने उससे कहा जादूगर से के काम करते एक साल का तुम्हें समय दे दो एक साल के बाद मगर वो घोड़ा मुझे दे दिया तो बात ठीक है लेकिन अगर नहीं दिया तो तुम्हें फांसी की सजा दे दी जाएगी। एक साल के बाद तब तक के लिए तुम्हें रिहा किया जाता तो एक साल के लिए उसको बरी कर दिया गया।

जादूगर सीधा अपने घर पहुंचा वादा करके देखता है मातम छाया हुआ था लोग रो रहे थे रिश्तेदार आए हुए थे उसकी पत्नी रो रही थी लेकिन अपने पति को जिन्दा देखकर क्यों मुस्कराने लगी खुश हो गई। सब लोग खुश रहे। आधे घंटे बाद सब लोग चले गए। घर में पति पत्नी बचे। पत्नी ने फिर से पूछा एक बात बताओ राजना को छोड़ कैसे दिया। तो जादूगर ने कहा कि एक शर्त पर छुड़ाए। एक साल के अंदर मुझे ने उड़ने वाला घोड़ा देखा तो फिर पत्नी ज्योति ऊपर से गुस्सा निकल गई पागल हुए। क्या तुम वादा कर क्या गए। उड़ने वाला घोड़ा हम बनानी सकते। नंदू ने का मालूम मुझे नहीं बन सकता। लेकिन एक साल का समय है इस एक साल में खुश रहो मुस्कुराएं ज़िन्दगी को जियो बस यही कहना चाहता हूं।

पत्नी ने आगे सांत्वना ज्ञान चलोगे। कदम ने बहुत समझाया कि खुश रहो खुश रहो सब ठीक होगा और कमाल यह हुआ कि एक साल के अंदर ही छह महीने के अंदर राजा की मृत्यु हो गई। तीन महीने के अंदर घोड़ा मर गया। कौन सा घोड़ा कौन सा राजा बात खत्म हो गई। जादूगर जो कहना था कि चिंता मत करो बात बिल्कुल सही रही। छोटी सी मजेदार कहानी है लेकिन हमें सिखाती है कि जिन्दगी में हममें से बहुत सारे लोग आज में खुश नहीं हैं। हम कल की चिंता कर्म के दुखी हो रहे हैं हमें लगता है कि कल ये प्रॉब्लम आएगी क्या होगा कैसे होगा इसको सोच सोच कर के आज दुखी हो रहे। आज हमारे पास में सब कुछ है मुस्कान है फैमिली से लेकिन हम खुश नहीं हैं। हम कल की चिंता में दुखी हैं। ये

जादूगर की छोटी सी कहानी हमें यही सिखाती कि जो होगा देखा जाएगा। जिन्दगी में ये फंडा भी बड़ा काम आता है। कहीं पर पढ़ा था कि अगर आप किसी समस्या के बारे में पांच मिनट सोचते उसका हल नहीं निकाल सकते तो आपको समस्या की चिंता ही नहीं करनी चाहिए। उसे ऊपर वाले पर छोड़ देना चाहिए। आज में जिएं आज में रहें। आज मैं मुस्कुराएं जो कल होगा वो आपके कर्म डिसाइड करेंगे।

 

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