Top 6 Best Funny Motivational Short Story in Hindi

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Funny Motivational Short Story-1

एक बार की बात है, एक गाँव में एक बहुत ही काबिल लड़का रहता था। उसका नाम रामू था। रामू का सपना था कि वह अपने गाँव को ऊँचाइयों तक ले जाए और उसे विकास के नए मार्ग पर ले जाए। उसकी सोच सोच कर उसने एक नया आईडिया सोचा।

रामू ने सभी गाँववालों को एकत्रित किया और कहा, “मैं तुम सभी को एक रेलवे स्टेशन बनाने का आयोजन करने वाला हूँ!” सभी लोग हैरान और उत्साहित हो गए।

रामू ने कहा, “पहले तो हमें एक ट्रेन चालक चाहिए!” सभी लोग अपने अपने आप को बड़े ट्रेन चालक समझ कर मुस्कुराए और उन्हें चुनने के लिए उत्सुक हो गए।

रामू ने उनसे पूछा, “तो तुम सभी क्या सोचते हो, कौन सा व्यक्ति हमारे लिए सबसे बढ़िया ट्रेन चालक होगा?” सभी ने अपने अपने विचार रखे, लेकिन कोई नहीं बोला।

रामू एक वृद्ध आदमी के पास गया और पूछा, “आप क्या सोचते हैं, कौन सा व्यक्ति हमारे लिए सबसे अच्छा ट्रेन चालक होगा?” वृद्ध आदमी ने कहा, “जो इस समय किसी भी ट्रेन को चला रहा हो, वही सबसे अच्छा होगा।”

सभी लोगों ने वही उत्तर सुना और बड़े ही अचंभित हो गए। रामू ने कहा, “इस उत्तर का मतलब है कि हमें अपने गाँव के लोगों में ही सबसे बेहतरीन चालक को चुनना चाहिए।”

सभी लोग खुश हो गए और उन्होंने एक युवा को चुना जो बहुत ही कामयाब और प्रगतिशील हो चुका था। वे लोग मिलकर काम करने लगे और कुछ ही महीनों में उनका गाँव एक अच्छा सा रेलवे स्टेशन के रूप में बदल गया।

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि कभी-कभी आपका सबसे बड़ा और सबसे अच्छा समर्थक आपके आस-पास ही होता है। हमेशा खुद को स्थायी रूप से निराश नहीं करें और संकट के समय में उम्मीद की रौशनी को बनाए रखें। आप भी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं, सिर्फ थोड़ी मेहनत और सही रणनीति की जरूरत है।

 

Funny Motivational Short Story-2

 

एक बार की बात है, एक आदमी था जिसका नाम राजू था। वह बहुत ही कामचोर और सुस्त आदमी था। उसकी परेशानी यह थी कि वह हर बार काम की तारीफ करके खुद को मनाता था और अपनी मोटी हरकतों को नजरअंदाज कर देता था।

एक दिन, राजू को उसके बॉस ने अचानक एक नया प्रोजेक्ट सौंपा। यह प्रोजेक्ट थोड़ा मुश्किल था और समय की बहुत जरूरत थी। राजू डर गया क्योंकि वह जानता था कि इस प्रोजेक्ट में उसे कठिनाइयों का सामना करना होगा।

पर राजू का बॉस बहुत ही मोटा और चिंतित हो गया क्योंकि उसके पास इस प्रोजेक्ट को दूसरे किसी कर्मचारी को सौंपने का समय नहीं था। इसलिए उसने राजू को प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए मोटिवेट करने का फैसला किया।

अगले दिन, जब राजू काम कर रहा था, तभी उसका बॉस वहां पहुंच गया। उसने राजू को पूछा, “राजू, ये प्रोजेक्ट कितने दिनों में पूरा हो जाएगा?”

राजू ने उसे ध्यान से देखा और बोला, “सर, आपको नहीं पता है कि मुझे तो काम करते हुए वक़्त आते ही जन्नत का एहसास हो जाता है। जब मैं काम कर रहा होता हूँ, तो मैं सोचता हूँ, अगर मैं इतनी मेहनत न करता तो शायद मैं पैरवी के लिए अपने दोस्तों के पास गया होता और हम सब मिलकर मस्ती कर रहे होते। पर नहीं, मैंने सोचा, दोस्तों के साथ जीने के बजाय, मैं यहां काम करके अपने दोस्तों को इंस्पायर करूंगा।”

राजू के बॉस को यह सुनकर बेहद हंसी आई और उसने कहा, “राजू, तुम्हारी सोच काफी हटकर है। तुम्हारी इंस्पायरेशन की वजह से मुझे पूरा यकीन हो गया है कि तुम इस प्रोजेक्ट को बड़ी मेहनत और समय में पूरा कर दोगे।”

राजू को यह सुनकर बहुत खुशी हुई और उसने प्रोजेक्ट को कम समय में ही सफलतापूर्वक पूरा कर दिया। राजू की मेहनत और उसकी हंसीगुदजारी ने उसे न केवल सफलता दिलाई, बल्कि उसे एक मजेदार और प्रेरणादायक कहानी के रूप में भी याद रखा जाता है।

इस कहानी का संदेश है कि हमेशा पॉजिटिव सोच रखें और हंसते रहें, क्योंकि खुश और मनोरंजक होना आपके काम में सफलता लाने के लिए महत्वपूर्ण होता है।

 

 Funny Motivational Short Story -3

 

एक बार की बात है, एक लड़का था जिसका नाम रमेश था। रमेश बहुत ही कामचोर था, उसे अपने काम में थोड़ा भी मन नहीं था। उसे बार-बार अपने बॉस की डांट सुननी पड़ती थी।

एक दिन रमेश के बॉस ने उसे बुलाया और कहा, “रमेश, तुम्हें तुरंत अपना काम पूरा करना चाहिए। तुम बहुत स्लैकर हो और यह तुम्हारे प्रगति में बाधा डाल रहा है।”

रमेश बहुत उदास हो गया, लेकिन उसे कोई इजाज़त नहीं थी कि वह शिकायत करे। उसने अपने बॉस को तेरे में ही इस तरह क्यों बात कर रहे हो, मेरे पास भी तो बहुत काम है।

अगले दिन, रमेश ने बॉस के सामने एक बड़ा सा लकड़ी का गट्ठर रख दिया। बॉस ने यह देखकर रमेश से पूछा, “रमेश, ये लकड़ी क्यों रखी है?”

रमेश ने मुस्कराते हुए कहा, “सर, ये मेरी मोटिवेशनल लकड़ी है। मेरे पास काम करने की भावना बढ़ाने के लिए ये रखी है। हर बार जब मुझे काम करने की इच्छा नहीं होती है, तो मैं इसे देखता हूँ और खुद को याद दिलाता हूँ कि मुझे काम करना चाहिए।”

बॉस ने हँसते हुए कहा, “रमेश, तुम मेरे सबसे मनोहारी कर्मचारी हो। तुमने मुझे हंसा दिया है और मुझे यकीन है कि तुम काम में भी मनोहारी होगे। इस लकड़ी को रखने के लिए धन्यवाद।”

यह सुनकर रमेश को बहुत खुशी हुई। उसने अपने काम में मन लगाना शुरू कर दिया और धीरे-धीरे उसकी प्रगति में वृद्धि हुई। वह अब अपने काम को लेकर बहुत जिम्मेदार बन गया था और उसका बॉस भी उसे बड़ा पसंद करने लगा।

इस कहानी से हमें यह सबक मिलता है कि हमें किसी भी काम को करने के लिए खुद को मोटिवेट करना चाहिए। जब हमें काम में मन नहीं लगता है, तो हमें खुद को मोटिवेट करने के लिए कुछ नया करना चाहिए। यह हमारी प्रगति को बढ़ाने में मदद करेगा और हमें एक मनोहारी कर्मचारी बनाएगा।

 Funny Motivational Short Story -4

एक बार की बात है, एक बिल्ली और एक चूहा अच्छे दोस्त थे। वे दोनों हमेशा मिलकर खेलते और मस्ती करते थे। एक दिन, उन्होंने सोचा कि वे एक संगठन खोलेंगे जिसका नाम होगा “मजेदार मौके संगठन”।

बिल्ली और चूहे ने एक गांव के लोगों को बुलाया और उन्हें अपनी संगठन की योजना बताई। उन्होंने कहा कि वे रोज़ाना आपस में एक मजेदार प्रतियोगिता करेंगे।

आगे बढ़ते हुए, वे ने अगले हफ्ते की प्रतियोगिता की तैयारी शुरू की। बिल्ली और चूहे ने तरह-तरह के मजेदार खेलों की योजना बनाई, जैसे पासा फेंक, दौड़-भाग, और अन्य बहुत कुछ।

प्रतियोगिता के दिन आया और लोग बड़ी उत्साह से आए। एक एक करके सभी खेलों में हिस्सा लिया। बिल्ली और चूहे ने सभी को मज़ा कराया और सबको हँसाया। सभी खुश और प्रसन्न थे।

परंतु इस बात से बिल्ली और चूहे को खुशी नहीं हुई कि उन्होंने खुद ने प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं लिया। वे खुद को बहुत ही बेहतरीन मानते थे।

इसलिए, अगले हफ्ते की प्रतियोगिता में बिल्ली और चूहे ने अपने आप को चुन लिया था कि वे भी खुद ही हिस्सा लेंगे। जब लोगों ने उन्हें खेलते हुए देखा, तो सब चौंक गए और हंसने लगे। बिल्ली और चूहे ने खुद को इतना उन्नत किया था कि वे दोनों एक ही साथ दौड़ रहे थे।

लोग चकित रह गए और सोचने लगे, “यह तो अद्भुत है! बिल्ली और चूहे ने कैसे अपने आप को इतना मजबूत बना लिया?” बिल्ली और चूहे ने देखा कि उनका उपहार उनके परिश्रम का ही परिणाम है।

वे लोगों को यह सिखाना चाहते थे कि हम सभी अपनी क्षमताओं को चुनौतियों में दिखा सकते हैं और अपनी दृढ़ता, संघर्ष और हंसी के साथ हमेशा आगे बढ़ सकते हैं।

इस गाथा से हमें यह समझ मिलती है कि जब हम मज़े उड़ाते हैं और खुश रहते हैं, तो हम न केवल अपने लक्ष्य को प्राप्त करते हैं, बल्कि अपनी भी मदद करते हैं दूसरों को प्रेरित करने के लिए।

यह गाथा हमें एक मजेदार मोटिवेशनल कहानी के रूप में हंसाने और प्रेरित करने का संदेश देती है। यह सिखाती है कि जीवन को एक मज़ेदार खेल की तरह लेना चाहिए और हमेशा हंसते रहना चाहिए, चाहे कितनी भी मुश्किलें हों।

 Funny Motivational Short Story-5

एक बार की बात है, एक दिन एक लड़का अपने दोस्त से मिलने जा रहा था। रास्ते में उसने एक खुदाई खोदने वाले को देखा। उसके पास एक बड़ा खुदाई खदान था और उसने गहराई में बहुत सारे खजाने निकाले थे। लड़का देखकर हैरान हो गया और उसने खुदाई खोदने वाले से पूछा, “भाईजी, आप इतने खजाने कैसे निकाल रहे हैं?”

खुदाई खोदने वाला एकदम सुनहरे तरंगों वाले दांतों के साथ मुस्कुराया और कहा, “यार, यह कोई बड़ी बात नहीं है। जब मैं खुदाई करता हूँ, तो मैं खुदाई में इतना लगा रहता हूँ कि तब तक खजाने मेरे खुद ही निकलने लगते हैं।”

लड़का चकित हो गया और सोचा, “यह बहुत मजेदार है। मुझे भी कुछ ऐसा करना चाहिए जो मेरी मंजिल के निकट ले जाए।”

उसके दिल में नई ऊर्जा और जोश के साथ, वह अपने दोस्त से मिलने पहुंचा। उसने अपने दोस्त को खुदाई खोदने वाले की कहानी सुनाई।

उसका दोस्त हंसते हुए बोला, “वाह, तेरे पास तो बहुत ही अद्भुत जादू है! मुझे भी यह जादू सीखना चाहिए।”

लड़का मुस्कराते हुए बोला, “देख, यह कोई जादू नहीं है, बस मेरे दिल में जोश और विश्वास है। जब तू अपनी मंजिल को पाने के लिए पूरी मेहनत और लगन के साथ काम करेगा, तो जादू खुद बदल जाएगा।”

दोस्त ने सोचा और फिर उसने लड़के से कहा, “तू सही कह रहा है, यहाँ तक कि मुझे यह अनुभव भी हो रहा है। जोश और विश्वास ही हमें मंजिल तक ले जा सकते हैं।”

इस तरह लड़का और उसका दोस्त एक-दूसरे के साथ खुशी-खुशी मिलकर अपनी मंजिल की ओर बढ़ गए। इस कहानी से हमें यह सबक सिखना चाहिए कि जब हम अपने लक्ष्य की ओर पूरी मेहनत और जोश के साथ बढ़ते हैं, तो कोई भी मुश्किल हमें रोक नहीं सकती है। हँसो, मुस्कराओ और आगे बढ़ो!

Funny Motivational Short Story -6

एक बार की बात है, एक आदमी ने एक नयी नौकरी पाई थी। वह नौकरी के लिए बहुत खुश था, लेकिन उसे एक बड़ी समस्या थी। वह बहुत डरपोक था और किसी भी काम को लेकर उसे घबराहट होती थी।

एक दिन, उसके बॉस ने उसे अपने कार्यालय में बुलवाया और उसे एक बड़े काम के लिए जिम्मेदार बनाया। यह उसके लिए एक बड़ी चुनौती थी।

उसे काम शुरू करने के लिए पहला दिन बहुत घबराहट हो रही थी, उसे लग रहा था कि वह यह काम कभी नहीं कर पाएगा। तभी एक सहयोगी ने उसे देखा और पूछा, “तुम इतना क्यों घबरा रहे हो? क्या हुआ है?”

डरपोक आदमी ने कहा, “मुझे डर लग रहा है कि मैं यह काम करने में नाकामयाब हो जाऊँगा।”

सहयोगी ने एक मुस्कान के साथ कहा, “तुम्हें किस बात का डर है? क्या तुम जानते हो, जब एक बंदर झूले पर चढ़ता है और उसे लगता है कि यह जूला टूट जाएगा, तो क्या वह चढ़ना छोड़ देता है?”

डरपोक आदमी ने ताजगी से पूछा, “क्या होता है?”

सहयोगी ने कहा, “बंदर झूले को फिरसे चुनता है और ढ़ेर सारे आदमी उसे देखकर हंसते हैं! याद रखो, डरपोक होने से आप अपनी सफलता से दूर हो जाओगे। इसलिए, आज तुम अपना डर छोड़ो और अपने काम में ध्यान दो। तुम सबसे अच्छा करोगे!”

डरपोक आदमी ने सोचा और फिर सकारात्मक भाव से मुस्कान करते हुए कहा, “धन्यवाद! आपने मुझे बहुत मदद की है। मैं अपना डर छोड़कर इस काम को पूरा करूँगा।”

उस दिन से, डरपोक आदमी ने अपना डर छोड़कर काम करना शुरू किया। उसने जब यह देखा कि उसे डर की जगह पर आत्मविश्वास है, तो उसने वास्तव में अद्भुत काम किया।

इस कहानी से हमें यह समझ मिलता है कि डरपोक होने से कुछ भी हासिल नहीं होता है। हमें अपना डर छोड़कर सकारात्मक भावना को अपनाना चाहिए और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए। सोचिए, यदि एक बंदर झूले पर डर के कारण चढ़ना छोड़ देगा, तो उसे उस खुशी और सफलता का आनंद कभी नहीं मिलेगा जो उसे मिल सकता था।

इसलिए, हमें डर को छोड़ना और सकारात्मक भावना को अपनाना चाहिए, क्योंकि हम जब डर को पार करते हैं, तो हम खुद को सच्ची सफलता और खुशी में पाते हैं।

 

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